India’s 1st Commercial Aqua farm where we are operating with 5 different technologies for fish farming and promoting Aqua Tourism | भारत का पहला कमर्शियल एक्वा फार्म जहां हम 5 अलग तकनीकों से मछली पालन कर रहे हैं एवं एक्वा टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं।

BLOGS

Home / Blogs

Explore Our Articles

झारखंड में है देश का पहला कमर्शियल फिश फार्म, जहां पांच हाईटेक तकनीक से होता है मछली पालन

मछली पालन की शुरुआत करने को लेकर निशांत बताते हैं कि वे अपने फार्म के तालाब में बैठकर कुछ नया काम शुरू करने के बारे में सोच रहे थे. फिर उन्होंने विचार किया कि मछली पालन किया जाए. इसके बाद से ही उन्होंने मछली पालन की शुरुआत की........

एक्वा टूरिज्म के साथ एम्यूजमेंट पार्क का मजा, झारखंड के निशांत की अनोखी पहल

रातू के फन कैसल पार्क में स्थित किंग फिशरीज की शुुरुआत 2018 में हुई थी. उनके पास मछली पालन करने का किसी भी प्रकार का अनुभव नहीं था, इसलिए शुरुआती दौर में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा, पर उन्होंने हार नहीं मानी.......

रांची का MBA मछली वाला! निजी कंपनी की नौकरी छोड़ शुरू किया मछली पालन,अब हर महीने कमा रहा 11 लाख

नौकरी और रोजगार के बीच फर्क को समझने वाला ही संघर्ष और सफलता के अंतर को बखूबी समझता है. रांची के एमबीए प्रोफेशनल निशांत ने नौकरी छोड़कर रोजगार का जो रास्ता चुना, वह रास्ता आज उन्हें सफलता की नयी ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है......

'MBA मछली वाला', 10 साल काम कर छोड़ दी नौकरी, हर महीने लाखों कमा रहे निशांत

रांची के रातू निवासी निशांत कुमार ने नौकरी छोड़ मछली पालन का व्यापार किया और उनकी ज़िंदगी ही बदल गई। वह खुद तो आत्मनिर्भर बने ही इसके साथ ही दूसरे लोगों को भी रोज़गार उपलब्ध करवा रहे हैं।.....

MBA मछुआरा: मैनेजर की नौकरी छोड़ मछली पालन कर रहा एमबीए पास युवक, कई बेरोजगारों को दी नौकरी

निशांत बगैर तालाब के मछली पाल रहे हैं। रांची के रातू रोड के रहने वाले निशांत ने करीब 10 साल पहले एमबीए की पढ़ाई की और नौकरी में चले गए। लेकिन दो 2018 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और मछली पालन शुरू किया।.....

मिलिए MBA पास मछली वाले से, नौकरी छोड़कर बेचने लगा मछलियां..कमा रहा 11 लाख रुपये महीना

नौकरी करना तो हम सबका सपना होता है। हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि पढ़ाई करो तभी अच्छी नौकरी लगेगी। इस बात को मानकर हम पढ़ाई करते हैं। बड़ी डिग्रियां भी हासिल करते हैं। कभी पसंद की नौकरी मिलती है तो कभी नहीं मिलती है। हालांकि कुछ लोग पारंपरिक ढंग से नहीं कुछ हटकर सोचा करते हैं।.....

MBA मछली वाला : नौकरी छोड़ खुद बने मालिक, लाखों में पहुंचा दी कमाई

देश भर में बेरोज़गारी एक बड़ी समस्या की तरह है। खास कर कोरोना आने के बाद हालात अच्छे नहीं हैं। खास कर युवा इस समस्या से जूझ रहे हैं। युवकों में नौकरी छोड़ने का भी ट्रेंड देखा जा रहा है.....

लाखों में कमा रहा है रांची का MBA मछली वाला, नौकरी छोड़ ऐसे शुरू किया था व्यापार

आज के समय में देश की बड़ी समस्या बेरोजगारी है और जिन लोगों को रोजगार मिल भी जाता है तो वे उनसे संतुष्ट नहीं होते हैं. कुछ लोग हार मान जाते हैं लेकिन कुछ बिजनेस करने के हौसले से धैर्य रखते हैं और कुछ ऐसा ही किया रांची के रातू में रहने वाले निशांत कुमार ने, जिन्होंने अपने दो पार्टनर्स के साथ मछली पालन का बिजनेस किया.....

Young fish farmers of Ranchi promoting aqua tourism, first of its kind in India

King Fisheries located in Ranchi district of Jharkhand is touching new heights in the field of fish farming. This is the first fish farm in India where fish farming is being done in five ways, ranging from traditional pond fish farming to RAS techniques. Apart from this, work is being done to launch aqua tourism here......

एक्वा टूरिज्म को प्रमोट कर रहे रांची के युवा मछली पालक

झारखंड के रांची जिले में स्थित किंग फिशरीज मछली पालन के क्षेत्र में नयी ऊंचाईयों को छू रहा है. यह एक ऐसा फिश फार्म है जहां पर पांच तरीकों से मछली पालन हो रहा है, जिसमें पारंपरिक तलाब में मछली पालन से लेकर आरएएस तकनीक तक शामिल है. इसके अलावा यहां पर एक्वा टूरिज्म को प्रमोट करने पर कार्य किया जा रहा है........

डॉ हीरालाल चौधरी बेस्ट फिश फार्मर का अवार्ड पाने वाले निशांत कुमार की सक्सेस स्टोरी, पढ़ें यहां

निशांत कुमार रांची के ऐसे युवा हैं जिन्होंने मछली पालन में एक्वा टूरिज्म को शामिल किया और इसे औऱ बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं. एक छोटे से टैंक से उन्होंने 2018 में मछली पालन की शुरुआत की थी. पर आज उनक पास एशिया का अपनी तरह का पहला फार्म है जहां पर मछली पालन की पांच अलग-अलग तकनीकों का पालन किया जाता है.........

रांची के निशांत ने दो छोटे टैंक से शुरू किया मछली पालन, आज पूरे एशिया में मशहूर है उनका फार्म

निशांत ने तालाब में सघन मछली पालन शुरू किया. इसके बाद उन्हें थोड़ी सफलता मिली तब उन्होंने मछली पालन में खास तकनीक का इस्तेमाल करने का मन बनाया. जानें इस तकनीक से जुड़ी निशांत की सफलता की पूरी कहानी-.........

नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बंपर मछली उत्पादन कर रहे रांची के तीन युवा, कमाते हैं लाखों रुपये

झारखंड मछली पालन में आत्मनिर्भर बन रहा है. राज्य में मछली उत्पादन भी काफी बढ़ा है. इसके पीछे यहां के किसानों की मेहनत हैं, साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ भी किसानों को मिल रहा है. रांची के रहने वाले निशांत कुमार, अनूप कुमार और अक्षत मिश्रा भी ऐसे ही किसान हैं..........

झारखंड दौरे पर एनएफडीबी की सीइओ, कहा-मछलीपालन में देश की अगुवाई कर सकता है राज्य

झारखंड में पीएमएमएसवाई की प्रगति और यहां मछली पालन में हो रहे तकनीकी बदलावों की जानकारी लेने के लिए एनएफडीबी की सीइओ डॉ सुवर्णा झारखंड दौरे पर हैं. उन्होंने कहा की राज्य में मछली पालन की आपार संभावनाएं हैं...........

ऑस्ट्रेलिया से MBA करने के बाद शुरू किया स्टार्टअप, बनाई पहचान, देखें वीडियो

MBA Fish Wala: झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले निशांत कुमार की सफलता की कहानी युवाओं के लिए मिसाल बन गई है. Australia से MBA करने के बाद उन्होंने मछली पालन (Fish Farming) का बिजनेस शुरू किया. इसके लिए उन्होंने King Fish Aqua Farms नाम से स्टार्टअप शुरू किया. ...........

लाखों की नौकरी छोड़कर तकनीक से मछली पालन रहे हैं निशांत, करोड़ो में है कंपनी

लाखों की नौकरी छोड़कर इंडोनेशिया की तकनीक से मछली पालन रहे हैं निशांत, करोड़ो में है कंपनी का टर्न ओवर...........

Ranchi में मछली पालन के जरिये MBA Pass Nishant ने बदली किस्मत | Jharkhand News

Ranchi में मछली पालन के जरिये MBA Pass Nishant ने बदली किस्मत। हर महीने करीब 11 लाख की कर रहे कमाई। जानिए उनकी पूरी कहानी ...........

मछली पालन से लाखों रुपये कमाने वाले युवा...आप भी कर सकते हैं ऐसा

मछली पालन से लाखों रुपये कमाने वाले युवा...आप भी कर सकते हैं ऐसा पूरी खबर के लिए क्लिक करें>>...........

जानिए मछलियों की मिश्रित फार्मिंग के बारे में, किसान ऐसे कर सकते हैं अपनी इनकम डबल

इन दोनों की मिश्रित खेती से उत्पादन बढ़ जाता है. एक एकड़ से 20 टन उत्पादन हासिल हो जाता है. इसमें 80-85 फीसदी उत्पादन पंगासियस मछलियों का होता है साथ ही 15-20 फीसदी उत्पादन कार्प मछलियों का होता है............

विश्व मत्स्य दिवसः खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है मछली पालन, जानें कैसे

मछली उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही अब मछली क्षेत्र के एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश में खाद्य सुरक्षा के लिए मछली बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. क्योंकि देश में लगातार .जनसंख्या बढ़ रही है. बढ़ती जनसंख्या के कारण कृषि क्षेत्र में दबाव बढ़ रहा है............

NFDB’s CEO on Jharkhand tour, said the state can lead the country in fisheries

Fish Farming: NFDB’s CEO C Suvarna is on a visit to Jharkhand to inquire about the progress of PMMSY in Jharkhand and the technological changes taking place in fish farming here. He said that there is a huge potential for fish farming in the state.ं.............

इस तकनीक से मछली पालन करें किसान, पांच गुना अधिक होगा उत्पादन और तीन गुना बढ़ेगी कमाई

Mix Fish Farming: मिश्रित मछली पालन विधि से मछली पालन करने पर किसानों को काफी फायदा होता है. इस विधि से उत्पादन में पांच गुना तक बढ़ोतरी है जबकि किसानों की कमाई तीन गुना तक बढ़ जाता है. पर किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है..............

India's biggest fish farm, Fish farming in jharkhand, ranchi me machli palan, Biofloc fish farm, RFF

Jharkhand me india ka sabse bada fish farm tayar ho gaya hai. isme har saal 150 se 200 ton machli ka utpadan hoga. ye fish farm ranchi me hai. India's biggest fish farm, Fish farming in jharkhand, ranchi me machli palan, Biofloc fish farm, RFF India ka sabse bada fish farm farm jaha hoti hai ek sath 5 technologies se fish farming..............

Fish Farming in Jharkhand | Fully Automated RAS Fish Farm | मछली पालन का वैज्ञानिक तरीका | Ranchi jh

Fish Farming in Jharkhand | Fully Automated RAS Fish Farm | मछली पालन का वैज्ञानिक तरीका | Ranchi Jharkhand रांची में वैज्ञानिक तरिके से मछली पालन किया जा रहा है। जो पूरी तरह से स्वचलित है। यहां पर RAS तकनीक से मछली का उत्पादन किया जा रहा है।..............

पंगास मछली पालन से अच्छी कमाई कर सकते हैं किसान, पढ़ें यहां

निशांत बताते हैं कि पंगास मछली की खासियत यह है कि पंगास मछली दुनिया भर में सबसे अधिक खाई जाती है. यह प्रोटीन और और विटामीन का सबसे सस्ता स्रोत है. इसके अलावा इस मछली में ऊपरी चमड़ी हटाने की जरूरत नहीं होती है...............

Send us a message

Fill out our contact form, and we'll get back to you as soon as possible.

Contact us :

If you can't find the answer to your question, don't hesitate to reach out to our dedicated customer support team.

Kathitand, Ratu, Ranchi, Jharkhand 835222

contact@kingfisheriesfarms.com

+91 90651 76767